आज इस आर्टिकल में हम बढ़ती जनसंख्या वह भारत के बारे में बात करेंगे
आज के इस दौर में व्यक्ति को नौकरी मिलना बहुत कठिन हो गया है और आज के दौर में दुनिया में बहुत ज्यादा जनसंख्या बढ़ रही हैं और इसका दूसरा पहलू यह भी है आज दुनिया के 200 करोड़ लोग के पास पर्याप्त खाने के लिए भोजन नहीं है इसलिए आज भी जनसंख्या व उसके प्रभावों पर बात करना जरूरी है।
वर्ल्ड पापुलेशन डे पर जारी किया नए आंकड़ों के मुताबिक इस वक्त दुनिया की आबादी 760 करोड़ है अगर हम जनसंख्या के टॉप 3 देशों की बात करें तो आज भी नंबर 1 चीन है जिसमें 140 करोड़ लोगों रहते हैं
दूसरे नंबर पर अपना भारत है जिसमें 133 करोड लोग रहते हैं और तीसरे नंबर पर अमेरिका है जहां 32 करोड लोग रहते हैं।
अगर हम भारत के बात करें तो 65 परसेंट आबादी युवा है अब बात आती है इस युवा शक्ति का उपयोग करने के संसाधन अधिकतर देशों के पास नहीं है
इसलिए हो सकता है कि आगे चलकर यह आबादी बोझ बन जाए।
अब आपको यह बताते हैं कि जनसंख्या वजह से कितनी असमानता है दुनिया मे 77 करोड़ ऐसे लोग हैं जो प्रतिदिन $2 से भी कम यानी ₹112 से भी कम कमाते हैं।
दुनिया के 62 अमीर लोगों के पास दुनिया भर के 50% गरीबो लोगो से भी ज्यादा संपत्ति हैं दुनिया में खाने-पीने व सेवाओं से जुड़े जितने संसाधन उपलब्ध है उनमें से 86% का उपभोग दुनिया के सिर्फ 20% लोग करते हैं
दुनिया में उपलब्ध कुल ऊर्जा 58% हिस्सा दुनिया के 20% लोगों के घर रोशन करने में ही खर्च हो जाती हैं इसी तरह से दुनिया के 12% लोग 85% जन संसाधनों का उपयोग करते हैं
दुनिया में 34000 लोग किसी ना किसी तरह हर साल अपने मूल स्थान से पलायन करने को मजबूर हो जाते हैं यूनाइटेड नेशनल के एक आंकड़े के मुताबिक कम से कम 2 करोड लोग शरणार्थी हैं
आपको जानकर अफसोस होगा कि 6 करोड़ 20 लाख लड़कियों की पढ़ाई हर साल छूडवा दी जाती हैं और विकासशील देशों की 11 करोड लड़कियां पांचवी कक्षा से आगे नहीं पढ़ पाती है दुनिया भर के विकासशील देशों में हर रोज 43000 लड़कियों की शादी 18 साल के उम्र से पहले ही कर दी जाती हैं
दुनिया के करीब 78 करोड लोगों पीने तक साफ पानी उपलब्ध नहीं है आपको जानकर हैरानी होगी के अबे दुनिया में 240 करोड़ लोग ऐसे हैं जिनकी पहुंच शौचालय तक नहीं है।
दूषित पानी पीने की वजह से हर साल दुनिया में 34 लाख लोगों की मौत हो जाती हैं इसमें 365000 बच्चे भी शामिल है
अगर भारत व चीन की आबादी को मिला दिया जाए तो दुनिया की 30% आबादी होगी और इस 30% आबादी में भी अब भारत का ग्राफ अब लगातार बढ़ने वाला है
भारत एक विशाल जनसंख्या वाला देश है जिसकी आबादी अब लगातार बढ़ती जा रही हैं एक अनुमान के मुताबिक भारत की जनसंख्या 135 करोड़ है कहा जाता है यह हर वर्ष भारत आबादी के मामले में ऑस्ट्रेलिया जितना बड़ा देश पैदा करता है
लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत के हर राज्य की जनसंख्या दुनिया के किसी ना किसी देश के बराबर हैं या फिर उसे ज्यादा है यानी हम कह सकते हैं दुनिया के अधिकतर देश हिंदुस्तान के आंगन में खेलते हैं
भारत के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश की आबादी ब्राजील के बराबर हैं उत्तर प्रदेश की जनसंख्या 22 करोड़ से ज्यादा है भारत का सबसे दूसरा ज्यादा आबादी वाला राज्य महाराष्ट्र की जनसंख्या जापान की जनसंख्या के बराबर है महाराष्ट्र की जनसंख्या 12 करोड़ से ज्यादा है
और इसी तरह राजस्थान की जनसंख्या थाईलैंड के बराबर हैं मध्य प्रदेश की जनसंख्या ईरान के बराबर है साथ ही पंजाब की बात करें तो उसमें मलेशिया की आबादी समा सकती हैं उत्तराखंड की बात की जाए तो एक पुर्तगाल उत्तराखंड में समा जाएगा
कर्नाटक की आबादी फ्रांस के बराबर हैं जबकि केरल व कनाडा यह आबादी लगभग एक समान है
यह आंकड़े बताते हैं कि भारत पर जनसंख्या का कितना दबाव है
इसके आगे की बात हम अगले आर्टिकल में करेंगे और बताएंगे कि बढ़ती जनसंख्या के साथ हम पैसे कैसे कमा सकते हैं और साथ ही जनसंख्या को भी जैसे गरीबी से मुक्त कर सकते हैं।
0 टिप्पणियाँ